एक मोड़ा किते हिरा गओ?
मताई–बाप: खूबई रात आ हो गई है, मोंगे–मोंगे पर रओ और सो जाओ अब! मोड़ी–मोड़ा: आँहाँ, हमें नींदई नईं आ रई। पैलें एकाद किसाई सुना दो। मताई–बाप: लो तो, सुनो। गल्लन साल पैलें जंगल में एक स्कूल हतो तो। आश्रम कत ऊखों। ऊ आश्रम के लिगाँ से एक नदी भी बेउत ती। आश्रम में एनईं–एन मोड़ी–मोड़ा पढ़त ते। मोड़ी–मोड़ा: दोई जने पढ़त ते, मोड़ी और मोड़ा? मताई–बाप: हओ, आज से भौतई–भौत पहले दोई जने पढ़त ते जैसे आज स्कूलन में पढ़त। फिर का भओ के एक दिना आश्रम के जो गुरुजी हते ते, उन ने कछु मोड़न से कई के…